Finance क्या है? भारत की बेस्ट फाइनेंस कंपनियां कौन-सी है?
क्या आप जानते है कि Finance क्या हैं? अगर आप नही
जानते है तो में इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं। फाइनेंस कितने प्रकार के होते है? और भारत की प्रमुख फाइनेंस कंपनियां कौन-सी है?
फाइनेंस शब्द फ्रेंच भाषा से लिया गया है। इस शब्द का उपयोग 18 सदी के आरंभ में शुरू किया गया था। फाइनेंस को हिंदी भाषा में वित्त कहां जाता है।
FINANCE क्या हैं?
फाइनेंस एक ऐसा जरिया है जिसके माध्यम से आप कोई कम करने या अपना खुद का नया बिजनेस शुरू करना चाहते है तो उसके पूंजी को सही इस्तेमाल कर सके। आज के समय में होने वाला खर्चा और भविष्य में होने वाले संभावित खर्च के लिए की गई बचत फाइनेंस मैनेजमेंट पर निर्भर करता है।
Finance कितने प्रकार के होते है?
फाइनेंस तीन प्रकार के होते हैं।।
Individual budget:
इसके अंतर्गत उस वित्त को लिया जाता है जिसे व्यक्ति अपने परिवार के लिए एकत्रित करता है या अपने निजी रूप से इसका इस्तेमाल करता है यह वित्त पारिवारिक आय और बचत का माध्यम होता है जो परिवार की आवयश्कताओं पर निर्भर करता है यह वित्त निजी खर्च से लेकर बचत को प्रोत्साहन देता है।
इसलिए इसे निजो वित्त भी कहते हैं। यह परिवार के प्रमख का दायित्व है जिसे मुखिया के माध्यम से एकत्रित किया जाता है। यह बजट की भांति ही रहता है जो आवश्यकता के अनुसार ही लिया जाता है।
Coroprate Money
इस वित्त का प्रयोग बड़ी बड़ी कम्पनियों में किया जाता है अर्थात यह वित्त बड़ी बड़ी कम्पनियों में पूंजी के रूप में किया जाता है जिससे पूंजी निर्माण अर्थात पूंजी सरंचना का कार्य किया जाता है यह वित्त बड़े बड़े पूंजीपतियों के माध्यम से कार्य मे लाया जाता है। इसके माध्यम से जो पूंजी तैयार की जाती है उसे कम्पनी अपने छोटे छोटे भागों में बांटती है जिसे शेयर कहते हैं। यह शेयर कारपोरेट वित्त को बढ़ावा देते हैं।
कॉरपोरेट वित्त का कार्य पूंजी विनियोजन से लेकर बैंकिंग विनियोजन तक का कार्य करता है।
Public Money
ऐसा वित्त जो सरकार के आंकलन में अपनी आय व खर्च का प्रबंधन करता है तथा सरकार के माध्यम से या सरकार की निगरानी में रखा जा सकता है वह लोक वित्त कहलाता है इसे सर्वाजनिक वित्त भी कहते हैं। इसे सरकार राजस्व ओर अन्य सार्वजनिक माध्यम से एकत्रित करती है यह समस्त सार्वजनिक कार्यों के लिए एकत्रित किया जाता है जिसका मूल्यांकन सरकार के माध्यम से सम्पन्न होता है।
Value क्या है? Obligation और Value में क्या अंतर हैं?
भारत में प्रमुख फाइनेंस कंपनियां कौन-सी है?
इस फाइनेंस में बैंक, NBFC organization और Little Money Bank आता है। तो चलिए जानते है कि वो कौनसी कंपनियां है:-
Bajaj Money Restricted
HDFC Money
LIC Lodging Money Restricted
Mahindra Monetary Help Restricted
Muthoot Money Restricted
Goodbye Capital Monetary Assistance Restricted
HDB Money Administrations
Aditya Birla Money Restricted
Kotak Mahindra Prime Restricted
Indian Rail route Money Organization Restricted
L&T Foundation Money Organization Restricted
Shriram Transport Money Organization Restricted
Shriram City Association Money Restricted
Country Charge Partnership Restricted
Cholamandalam Money
Finance लेने के क्या फ़ायदे है?
Finance के कई फायदे हैं और आज के डिजिटल युग में लोगों में Online Money का एक अलग ही क्रेज बढ़ रहा है। Money के कुछ मुख्य फायदे इस आर्टिकल में हम आगे जान लेते हैं।
फाइनेंस का सबसे मुख्य फायदा यह है कि आप अपनी आय के अनुसार अपना बजट खुद बना सकते हैं और उसका आंकलन कर सकते हैं। आपको कितना पैसा कहाँ खर्च करना है उसके बाद कितना आपको इन्वेस्ट करना है इत्यादि।
फाइनेंस के कारण ही भविष्य में लक्ष्य को पाने के लिए निवेश किया जाता है। लम्बे समय के लिए इन्वेस्टमेंट से बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है।
आप अपने बजट के अनुसार अपने और परिवार के लोगों के लिए एक्सीडेंट या किसी अप्रत्याशित स्थिति में नुकसान होने पर भरपाई के लिए जीवन बीमा ( Disaster protection ) खरीद सकते हैं।
लोग इमरजेंसी के लिए फंड फाइनेंस को ध्यान में रखते हुए जमा करते हैं। क्योंकि कई बार लोग निवेश करने के चक्कर में इमरजेंसी फंड रखना भूल जाते हैं जो आपातकाल में काम आता है।
फाइनेंस को समझते हुए लोग इंश्योरेंस , मेडिकल इंश्योरेंस , हेल्थ केयर , निवेश इत्यादि में जमा राशि को काम में लेते हैं ताकि सभी तरह की समस्याओं के लिए ये फाइनेंस इन्वेस्टमेंट कारगर साबित हों।